UP Board Class 10th Hindi Paper l Set - IV
UP Board Class 10th Hindi Paper l Set - IV
माध्यमिक शिक्षा परिषद्
उत्तर प्रदेश बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा प्रश्न-पत्र
हिन्दी : 2023
Set - 4: 801 (DD)
समय : तीन घण्टे 15 मिनट पूर्णांक : 70
नोट : प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
निर्देश :
(i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
(ii) इस प्रश्नपत्र के दो खण्ड, अ तथा खण्ड ब हैं ।
(iii) खण्ड - अ में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनके उत्तर ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर देने हैं ।
(iv) खण्ड - अ के प्रत्येक प्रश्न का निर्देश पढ़कर केवल प्रदत्त ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर ही उत्तर दें | ओ.एम.आर. उत्तर पत्रक पर उत्तर देने के पश्चात उसे नहीं काटें तथा इरेजर अथवा ह्वाइटनर का प्रयोग न करें ।
(v) प्रश्न के अंक उसके सम्मुख अंकित हैं ।
(vi) खण्ड-ब में 50 अंक के वर्णनात्मक प्रश्न हैं ।
(vii) खण्ड- ब में सभी प्रश्नों के उत्तर एक साथ ही करें
(Viii) प्रथम प्रश्न से आरम्भ कीजिए तथा अन्तिम प्रश्न तक करते जाइए जो प्रश्न न आता हो उस पर समय नष्ट न कीजिए ।
खण्ड - 'अ'
बहुविकल्पीय (वस्तुनिष्ठ ) प्रश्न
1 x 20 = 20
1. 'झूठा - सच' किस विधा की रचना है?
1
(a) निबन्ध
(b) कहानी
(c) उपन्यास
(d) नाटक
2. 'अनन्त आकाश' के रचनाकार हैं:
1
(a) डॉ. धमवीर भारती
(b) जयप्रकाश भारती
(c) जयशंकर प्रसाद
(d) यशपाल
3. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही है?
1
(a) ‘गुनाहों के देवता' के रचनाकार मुंशी प्रेमचन्द हैं।
(b) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र आलोचना साहित्य के जनक माने
जाते हैं।
(c) ‘गेहूँ और गुलाब' निबन्ध के लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी हैं।
(d) 'ईर्ष्या तू न गयी मेरे मन से' निबन्ध के लेखक
जयप्रकाश भारती हैं।
4. 'पंचाग दर्शन' के रचनाकार कौन हैं?
1
(a) मथुरानाथ शुक्ल
(b) लल्लूलाल
(c) सदल मिश्र
(d) इंशा अल्ला खाँ
5. शारंगधर रचनाकार हैं:
1
(a) परमाल रासो
(c) खुमाण रासो
(b) हमीर रासो
(d) बीसलदेव रासो
6. छायावाद युग की प्रमुख प्रवृत्तियाँ कौन-सी हैं?
(a) कुण्ठा और निराशा के स्वर
(b) शृंगार और प्रेम-वेदना
(c) नारी के प्रति परिवर्तित दृष्टिकोण
(d) रीतिग्रन्थों का निर्माण
7. निम्नलिखित में से शुक्लोत्तर युग के लेखक कौन हैं?
1
(a) वासुदेवशरण अग्रवाल
(b) प्रतापनारायण मिश्र
(c) किशोरीलाल गोस्वामी
(d) श्यामसुन्दर दास
8. 'साकेत' किस युग की रचना है ?
1
(a) भारतेन्दु युग
(c) प्रगतिवादी युग
(b) द्विवेदी युग
(d) छायावादी युग
9.‘भारत-दुर्दशा' किस विधा की रचना है?
1
(a) जीवनी
(c) रेखाचित्र
(b) आत्मकथा
(d) एकांकी
10.'बिहारी' किस युग के कवि हैं ?
1
(a) आधुनिक काल
(b) रीतिकाल
(c) भक्तिकाल
(d) आदिकाल
11. नाना वाहन नाना वेशा, बिहसे सिव समाज निज देखा।
को मुख हीन विपुल मुख काहू, बिनु पद-कर कोऊ बहु बाहू ॥
उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस हैं ?
1
(a) करुण रस
(b) वीर रस
(c) शान्त रस
(d) हास्य रस
12. यहीं कहीं पर बिखर गयी वह, भग्न विजयमाला- सी ।
उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा अलंकार है ?
1
(a) उपमा अलंकार
(b) उत्प्रेक्षा अलंकार
(d) श्लेष अलंकार
(c) रूपक अलंकार
13. रोला किस प्रकार का छन्द है?
1
(a) विषम मात्रिक
(b) अर्द्धसम मात्रिक
(c) सममात्रिक
(d) इनमें से कोई नही
14. निर्जन शब्द में किस उपसर्ग का प्रयोग किया गया है ? 1
(a) नी
(b) नीर
(c) नि
(d) निर्
15.धनुष का पर्यायवाची शब्द है :
1
(a) अश्मि
(b) कुलिस
(d) पवि
(c) कोदंड
16. भलाई शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
1
(a) ई
(b) आइ
(c) अई
(d) आई
17. ‘षड्दर्शन' मे कौन-सा समास है?
(a) तत्पुरुष समास
(b) कर्मधारय समास
(c) द्विगु समास
(d) द्वन्द्व समास
18. 'मतिभिः' शब्द का विभक्ति एवं वचन है -
(a) पंचमी विभक्ति एकवचन
(b) पष्ठी विभक्ति द्विवचन
(c) तृतीया विभक्ति बहुवचन
(d) द्वितीया विभक्ति बहुवचन
19. 'हर्यत्र' शब्द का सन्धि-विच्छेद है :
1
(a) हर + अत्र
(b) हरय + त्र
(c) हरि + अत्र
(d) हरि + आत्र
20. 'पठिष्यथ' 'धातु का पुरुष एवं वचन है :
1
(a) उत्तम पुरुष द्विवचन
(c) मध्यम पुरुष द्विवचन
(b) मध्यम पुरुष बहुवचन
(d) उत्तम पुरुष बहुवचन
खण्ड -'ब'
( वर्णनात्मक प्रश्न )
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित तीन प्रश्नों के उत्तर
दीजिए :
3x2= 6
काशी के उत्तर में धर्मचक्र विहार मौर्य और गुप्त सम्राटों की कीर्ति का खण्डहर था। भग्न चूड़ा, तृण-गुल्मों से ढके हुए प्राचीर, ईटों के ढेर में बिखरी हुई भारतीय शिल्प की विभूति ग्रीष्म की चन्द्रिका में अपने को शीतल कर रही थी ।
जहाँ पंचवर्गीय भिक्षु गौतम का उपदेश ग्रहण करने के लिए पहले मिले थे, उसी स्तूप के भग्नावशेष की मलिन छाया में एक झोपड़ी के दीपालोक में एक स्त्री पाठ कर रही थी- “अनन्याश्चिन्तयन्तों मां ये जनाः पर्युपासते।”
(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए |
(iii) धर्मचक्र कहाँ स्थित था ?
अथवा
यह हाथ में कमल लिये बुद्ध खड़े हैं, जैसे छवि छलकी पड़ती है, उभरे नयनों की जोत पसरती जा रही है। और यह यशोधरा है, वैसे ही कमल नाल धारण किये त्रिभंग में खड़ी। और यह दृश्य है महाभिनिष्क्रमण का - यशोधरा और राहुल निद्रा में खोये, गौतम दृढ़ निश्चय पर धड़कते हिया को सँभालते। और यह नन्द है, अपनी पत्नी सुन्दरी का भेजा, द्वार पर आये बिना भिक्षा के लौटे भाई बुद्ध को लौटाने को आया था और जिसे भिक्षु बन जाना पड़ा था। बार-बार वह
भागने को होता है, बार-बार पकड़कर संघ में लौटा लिया
जाता है। उधर फिर वह यशोधरा है, बालक राहुल के साथ।
(i) उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) उपर्युक्त गद्यांश में कहाँ के दृश्यों का चित्रण किया
गया है?
2. दिए गए पद्यांश पर आधारित तीन प्रश्नों के उत्तर
दीजिए:
3x2= 6
( क ) धूरि भरे अति सोभित स्यामजू.
तैसी बनी सिर सुंदर चोटी।
खेलत खात फिरै अँगना, पग पैंजनी
बाजति पीरी कछोटी ।
वा छवि को रसखानि बिलोकत,
वारत काम कला निज कोटी।
काग भाग बड़े सजनी,
हरि हाथ सों लै गयौ माखन-रोटी ।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) प्रस्तुत पद्यांश में किसे भाग्यशाली बताया गया है ?
अथवा
नहीं चाहिए बुद्ध बैर की
भला प्रेम का उन्माद कहाँ
सबका शिव कल्याण यहाँ है,
पावें सभी प्रसाद यहाँ ।
सब तीर्थों का एक तीर्थ यह
ह्रदय पवित्र बना लें हम
आओं यहाँ अजातशत्रु बन,
सबको मित्र बना लें हम।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) भारत देश किस प्रकार का तीर्थ है?
3. दिए गए संस्कृत गद्यांश में से किसी एक का संदर्भ-
सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
2+3 = 5
“अहम् अस्याः प्रहेलिकायाः उत्तरं न जानामि ।” इदं श्रुत्वा
ग्रामीणः अकथयत् “यदि भवान् उत्तरं न जानाति, तर्हि ददातु दशरूप्यकाणि।” अतः म्लानमुखेन नागरिकेण समयानुसारं दशरूप्यकाणि दत्तानि ।
पुनः ग्रामीणोऽब्रवीत् – “इदानीं भवान् पृच्छतु प्रहेलिकाम् ।”दण्डदानेन खिन्नः नागरिकः बहुकालं विचार्य न काञ्चित् प्रहेलिकाम् अस्मरत्, अतः अधिकं लज्जमानः अब्रवीत् “स्वकीयायाः प्रहेलिकायाः त्वमेव उत्तरं ब्रूहि ।” तदा स ग्रामीणः विहस्य स्वप्रहेलिकायाः सम्यक् उत्तरम् अवदत् “पत्रम्” इति । यतो हि इदं पदेन विनापि दूरं याति, अक्षरैः
युक्तमपि न पण्डितः भवति।
अथवा
भारतीया संस्कृतिः तु सर्वेषां मतावलम्बिनां सङ्गमस्थली ।
काले-काले विविधाः विचाराः भारतीय संस्कृतौ समाहिताः । एषा संस्कृतिः सामासिकी संस्कृतिः यस्याः विकासे विविधानां |
जातीनां, सम्प्रदायानां, विश्वासानाञ्च योगदानं दृश्यते।
अतएव अस्माकं भारतीयानाम् एका संस्कृति एका च राष्ट्रियता । सर्वेऽपि वयं एकस्याः संस्कृतेः समुपासकाः एकस्य राष्ट्रस्य च राष्ट्रियाः । यथा भ्रातरः परस्परं मिलित्वा सहयोगेन सौहार्देन च परिवारस्य उन्नति कुर्वन्ति, तथैव अस्माभिः अपि सहयोगेन सौहार्देन च राष्ट्रस्य उन्नतिः कर्त्तव्या ।
4. दिए गए संस्कृत पद्यांश में से किसी एक का संदर्भ-
सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
2+3=5
मरणं मङ्गलं यत्र विभूतिश्च विभूषणम् ।
कौपीनं यत्र कौशेयं सा काशी केन मीयते ।।
अथवा
माता गुरूतरा भूमेः खात् पितोच्चतर स्तथा ।
मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता बहुतरी तृणात् ।।
5.अपने पठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित
प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए:
1x3 = 3
(क)(i) 'मुक्ति दूत' खण्डकाव्य के आधार पर नायक का चरित्र-
चित्रण कीजिए |
(ii) 'मुक्ति दूत' खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का कथानक
अपने शब्दों में लिखिए।
(ख)(i) ‘ज्योति जवाहर' खण्डकाव्य के आधार पर नायक का
चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) 'ज्योति जवाहर' खण्डकाव्य की ऐसी घटना का उल्लेख कीजिए जिसने आपको सर्वाधिक प्रभावित किया हो और क्यों।
(ग)(i) 'मेवाड़-मुकुट' खण्डकाव्य के आधार पर किसी नारी
पात्र की चारित्रिक विशेषताओं को लिखिए।
(ii) ‘मेवाड़-मुकुट' खण्डकाव्य के आधार पर किसी प्रमुख
घटना का उल्लेख कीजिए जिसने आपको प्रभावित
किया हो।
(घ)(i) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के आधार पर युधिष्ठिर के चरित्र की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ।
(ii) 'अग्रपूजा' खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ड़)(i) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर सुभाषचन्द्र बोस के प्रारम्भिक जीवन (विद्यार्थी व बाल जीवन) पर प्रकाश डालिए।
(ii) ‘जय सुभाष' खण्डकाव्य के पाँचवें सर्ग का कथानक
अपने शब्दों में लिखिए।
(च)(i) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य की किसी एक प्रमुख
घटना का वर्णन कीजिए।
(ii) 'मातृभूमि के लिए' खण्डकाव्य के आधार पर चन्द्रशेखर ‘आजाद' का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(छ)(i) 'तुमुल' खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ii) 'तुमुल' खण्डकाव्य के नायक का चरित्र चित्रण कीजिए ।
(ज)(i) ‘कर्ण' खण्डकाव्य के आधार पर प्रमुख नारी पात्र कुन्ती
का चरित्र चित्रण कीजिए।
(ii) 'कर्ण' खण्डकाव्य के 'चतुर्थ सर्ग' की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
(झ)(i) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के मुख्य पात्र की चारित्रिक
विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ।
(ii) 'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के 'चतुर्थ सर्ग' की कथावस्तु अपने शब्दों में लिखिए।
6. (क) दिए गए लेखकों में से किसी एक का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए:
3+2 = 5
(i) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(ii) भगवतशरण उपाध्याय
(iii) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
(ख) दिए गए कवियों में से किसी एक का जीवन परिचय
देते उनकी हुए एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए ।
3+2 = 5
(i) महाकवि सूरदास
(ii) महादेवी वर्मा
(iii) सुमित्रानन्दन पन्त
7. अपनी पाठ्य-पुस्तक में से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक
लिखिए जो इस प्रश्न पत्र में न आया हो ।
2
8. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों का उत्तर संस्कृत में
दीजिए:
2+2 = 4
(i) दाराशिकोहः वाराणसी आगत्य किम करोत् ?
(ii) गीतायाः कः सन्देश ?
(iii) न्यायाधीशस्य पीठे (आसने) का अतिष्ठत्?
(iv) मरिष्यतः मित्रं किम् अस्ति?
9. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध
लिखिए :
9
(i) आतंकवाद की समस्या एवं समाधान
(ii) बेरोजगारी की समस्या एवं समाधान
(iii) छात्र और अनुशासन
(iv) प्रदूषण की समस्या एवं समाधान
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