UP Board Class 10th Hindi Paper l Set - VII
UP Board Class 10th Hindi Paper l Set - VII
माध्यमिक शिक्षा परिषद्
उत्तर प्रदेश बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा प्रश्न-पत्र
हिन्दी : 2023
Set - 7 : 801 (DG)
समय : तीन घण्टे 15 मिनट पूर्णांक : 70
नोट : प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
निर्देश :
(i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
(ii) इस प्रश्नपत्र के दो खण्ड, अ तथा खण्ड ब हैं ।
(iii) खण्ड - अ में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनके उत्तर ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर देने हैं ।
(iv) खण्ड - अ के प्रत्येक प्रश्न का निर्देश पढ़कर केवल प्रदत्त ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर ही उत्तर दें | ओ.एम.आर. उत्तर पत्रक पर उत्तर देने के पश्चात उसे नहीं काटें तथा इरेजर अथवा ह्वाइटनर का प्रयोग न करें ।
(v) प्रश्न के अंक उसके सम्मुख अंकित हैं ।
(vi) खण्ड-ब में 50 अंक के वर्णनात्मक प्रश्न हैं ।
(vii) खण्ड- ब में सभी प्रश्नों के उत्तर एक साथ ही करें
(Viii) प्रथम प्रश्न से आरम्भ कीजिए तथा अन्तिम प्रश्न तक करते जाइए जो प्रश्न न आता हो उस पर समय नष्ट न कीजिए ।
खण्ड - 'अ'
बहुविकल्पीय (वस्तुनिष्ठ ) प्रश्न
1 x 20 = 20
1. ‘रस मीमांसा' के लेखक हैं :
1
(a) महादेवी वर्मा
(b) रामचन्द्र शुक्ल
(c) 'निराला'
(d) महावीर प्रसाद द्विवेदी
2. 'तितली' कृति की विधा है :
1
(a) कहानी
(b) जीवनी
(c) उपन्यास
(d) नाटक
3. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद लेखक हैं :
1
(a) गाँधी की देन के
(b) हिन्दी-साहित्य का इतिहास के
(c) इन्द्रजाल के
(d) हिन्दी साहित्य विमर्श के
4. 'साहित्य और कला' रचना है :
1
(a) पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी की
(b) सुमित्रानन्दन पन्त की
(c) भगवतशरण उपाध्याय की
(d) जयप्रकाश भारती का
5.शुक्लोत्तर-युग के लेखक हैं :
1
(a) राधाचरण गोस्वामी
(b) चतुरसेन-शास्त्री
(c) दौलतराम
(d) धर्मवीर भारती
6.रीतिकालीन कवि हैं :
1
(a) केदारन भट्ट
(b) जायसी
(c) पद्माकर
(d) कृष्णदास
7.'छत्रसाल दशक' के रचयिता हैं :
1
(a) मतिराम
(c) घनानन्द
(b) भूषण
(d) 'हरिऔध'
8.'तारसप्तक' के सम्पादक हैं :
1
(a) सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय'
(b) नरेन्द्र शर्मा
(c) भवानीप्रसाद मिश्र
(d) केशव
9.सुमित्रानन्दन पन्त की रचना है :
1
(a) 'ज्ञानदीप'
(b) 'युगवाणी'
(c) 'प्रेमवाटिका'
(d) 'क्षणदा'
10. 'स्मृति की रेखाएँ' साहित्य की विधा है :
1
(a) जीवनी
(b) भेंटवार्ता
(c) संस्मरण
(d) नाटक
11.'करुण रस' का स्थायीभाव है :
1
(a) भय
(b) निर्वेद
(c) विस्मय
(d) शोक
12.'पीपर पात सरिस मन डोला' में अलङ्कार है :
1
(a) उत्प्रेक्षा
(b) रूपक
(c) उपमा
(d) यमक
13. सुनि केवट के बैन, प्रेम लपेटे अटपटे ।
बिसरे करुना ऐन, चितइ जानकी लखन तनु ।
उपर्युक्त पंक्तियों में छन्द है :
1
(a) रोला
(c) सवैया
(b) सोरठा
(d) कुण्डलिया
14.'अनुचर' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है :
1
(a) अन
(b) अनु
(c) अ
(d) आ
15. प्रत्यय के प्रकार हैं:
1
(a) दो
(b) चार
(d) तीन
(c) पाँच
16.‘वेद-पुराण' में समास है :
1
(a) द्विगु
(b) बहुव्रीहि
(c) द्वन्द्व
(d) तत्पुरुष
17.'परमोद' शब्द का तत्सम रूप है :
(a) पृमोद
(b) प्रमुद
(c) प्रमोद
(d) प्रमाद
18.'इत्यादि' में सन्धि है:
(a) यण सन्धि
(b) गुण सन्धि
(c) वृद्धि सन्धि
(d) जश्त्व सन्धि
19.'फलेन' शब्द का वचन एवं विभक्ति है:
1
(a) द्विवचन, चतुर्थी विभक्ति
(b) एकवचन, पञ्चमी विभक्ति
(c) बहुवचन, षष्ठी विभक्ति
(d) एकवचन, तृतीया विभक्ति
20.‘अपठम्' धातु का वचन एवं पुरुष है :
1
(a) द्विवचन, उत्तम पुरुष
(c) बहुवचन, मध्यम पुरुष
(b) एकवचन, प्रथम पुरुष
(d) एकवचन, उत्तम पुरुष
खण्ड -'ब'
( वर्णनात्मक प्रश्न )
1.निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित तीन प्रश्नों के उत्तर
दीजिए:
2+2+2=6
मित्रता के लिए यह आवश्यक नहीं है कि दो मित्र एक ही
प्रकार के कार्य करते हों या एक ही रुचि के हों। इसी प्रकार
प्रकृति और आचरण की समानता भी आवश्यक नहीं है। दो भिन्न प्रकृति के मनुष्यों में बराबर प्रीति और मित्रता रही है। राम धीर और शान्त प्रकृति के थे, लक्ष्मण उग्र और उद्धत प्रकृति के थे, पर दोनों भाइयों में अत्यन्त प्रगाढ़ स्नेह था। उदार तथा उच्चाशय कर्ण और लोभी दुर्योधन के स्वभाव में कुछ विशेष समानता न थी पर उन दोनों की मित्रता खूब निभी।
(i) प्रस्तुत अवतरण के पाठ और लेखक का नाम
लिखिए।
(ii) रेखाङ्कित अंश की व्याख्या कीजिए ।
(iii) प्रस्तुत गद्यांश में लेखक क्या कहना चाहता है ?
अथवा
अजन्ता संसार की चित्रकलाओं में अपना अद्वितीय स्थान
रखता है। इतने प्राचीन काल के इतने सजीव, इतने गतिमान,इतने बहुसंख्यक कथा-प्राण चित्र कहीं नहीं बने। अजन्ता के चित्रों ने देश-विदेश सर्वत्र की चित्रकला को प्रभावित किया। उसका प्रभाव पूर्व के देशों की कला पर तो पड़ा ही मध्य- पश्चिमी एशिया भी उसके कल्याणकर प्रभाव से वंचित न रह सका।
(i) प्रस्तुत गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम
लिखिए।
(ii) रेखाङ्कित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) अजन्ता की कला का बाहर के देशों पर क्या
प्रभाव पड़ा ?
2. दिए गए पद्यांश पर आधारित तीन प्रश्नों के उत्तर
दीजिए:
2+2+2=6
निरगुन कौन देस कौ बासी ?
मधुकर कहि समुझाइ सौंह दै, बूझति साँच न हाँसी।।
को है जनक, कौन है जननी, कौन नारि को दासी ?
कैसे बरन, भेष है कैसौ, किहिं रस मैं अभिलाषी?
पावैगौ पुनि कियौ आपनौ, जौ रे करैगौ गाँसी।
सुनत मौन ह्वै रह्यौ बाबरौ, सूर सबै मति नासी ।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) रेखाङ्कित अंश की व्याख्या कीजिए ।
(iii) निर्गुण ब्रह्म के वर्णन में क्या कठिनाई व्यक्त की
अथवा
चींटी को देखा ?
वह सरल, विरल, कालीं रेखा
तम के तागे-सी जो हिल-डुल
चलती लघु पद पल-पल मिल-जुल
वह है पिपीलिका पाँति।
देखो ना, किस भाँति
काम करती वह सतत!
कन-कन कनके चुनती अविरत!
(i) उपर्युक्त पद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
(ii) रेखाङ्कित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) कवि 'वह है पिपीलिका पाँति' के द्वारा जीवन के
किस आदर्श के प्रति संकेत करता है?
3.दिए गए संस्कृत गद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में
अनुवाद कीजिए:
2+3 = 5
वाराणसी सुविख्याता प्राचीना
नगरी । इयं विमलसलिलतराङ्गायाः गङ्गायाः कूले स्थिताः । अस्याः घट्टानां वलयाकृतिः पङ्क्ति धवलायां चन्द्रिकायां बहु राजते। अगणिताः पर्यटकाः सुदूरेभ्यः देशेभ्यः नित्मय् अत्र आयान्ति, अस्याः घट्टानाञ्च शोभां विलोक्य इमां बहु प्रशंसन्ति।
अथवा
आम्! राष्ट्रद्रोहः! यवनराज! एकम् इदं भारतंराष्ट्रं, बहूनि चात्र राज्यानि, बहवश्च शासकाः । त्वं मैत्रीसन्धिना तान् विभज्य भारतं जेतुम् इच्छसि। आम्भीकः चास्य प्रत्यक्षं प्रमाणम्।
4.दिए गए संस्कृत पद्यांश का सन्दर्भ सहित हिन्दी में
अनुवाद कीजिए:
2+3 = 5
अपदो दूरगामी च साक्षरो न च पण्डितः।
अमुखः स्फुटवक्ता च यो जानाति स पण्डितः।।
अथवा
धान्यानामुत्तमं किंस्विद् धनानां स्यात् किमुत्तमम् ।
लाभानामुत्तमं किंस्यात् सुखानां स्यात् किमुत्तमम् ।।
5.अपने पठित खण्डकाव्य आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए :
3
(i) 'तुमुल' खण्डकाव्य आधार पर प्रमुख पात्र का चरित्र- चित्रण कीजिए ।
(ii) 'तुमुल' खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखिए।
(i) 'अग्रपूजा' खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ii) 'अग्रपूजा' खण्डकाव्य आधार पर श्रीकृष्ण का
चरित्रांकन कीजिए।
(i) 'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के आधार पर भरत का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) 'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के किसी एक सर्ग का
कथानक लिखिए।
(i) 'कर्ण' खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्राङ्कन कीजिए।
(ii) 'कर्ण' खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
(i) ‘ज्योति-जवाहर’ खण्डकाव्य के आधार पर उसके नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) 'ज्योति - जवाहर' खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(i) 'मातृभूमि के लिए' खण्डकाव्य के आधार पर चन्द्रशेखर आज़ाद का चरित्र चित्रण कीजिए ।
(ii) 'मातृभूमि के लिए' खण्डकाव्य के कथानक का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
(i) 'मेवाड़-मुकुट' खण्डकाव्य के आधार पर महाराणा प्रताप का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
(ii) 'मेवाड़-मुकुट' खण्डकाव्य के किसी एक सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
(i) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर सुभाषचन्द्र बोस की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
(ii) 'जय सुभाष' खण्डकाव्य की कथावस्तु अपने शब्दों में लिखिए।
(i) 'मुक्ति- दूत' खण्डकाव्य के नायक का चरित्राङ्कन कीजिए।
(ii) ‘मुक्ति-दूत' खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु लिखिए।
6. (क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक लेखक का
जीवन - परिचय दीजिए तथा उनकी किसी एक रचना
का नामोल्लेख कीजिए:
3+2 = 5
(i) जयशंकर प्रसाद
(ii) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
(iii) भगवतशरण उपाध्याय
( ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का
जीवन-परिचय दीजिए और उनकी एक प्रमुख रचना
का नामोल्लेख कीजिए:
3+2 = 5
(i) तुलसीदास
(ii) महादेवी वर्मा
(iii) रामनरेश त्रिपाठी
7.अपनी पाठ्यपुस्तक से कण्ठस्थ किया हुआ कोई एक
श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न-पत्र में न आया हो ।
2
8.निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों का उत्तर
संस्कृत में दीजिए :
2+2 = 4
(i) श्वेतकेतुः कस्य पुत्रः आसीत् ?
(ii) विश्वस्य स्रष्टा कः ?
(iii) आतुरस्य मित्रं कः भवति ?
(iv) चन्द्रशेखरः स्वपितुः नाम किम् अकथयत् ?
9.निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए।
9
(i) स्वच्छ भारत अभियान
(ii) विज्ञान वरदान या अभिशाप
(iii) पर्यावरण प्रदूषण की समस्या और समाधान
(iv) जनसंख्या वृद्धि की समस्या और समाधान
(v) विद्यार्थी-जीवन में खेल का महत्व
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