UP Board Class 10th Hindi Paper l Set - II
UP Board Class 10th Hindi Paper l Set - II
माध्यमिक शिक्षा परिषद्
उत्तर प्रदेश बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा प्रश्न-पत्र
हिन्दी : 2023
Set - 2 : 801 (DB)
समय : तीन घण्टे 15 मिनट पूर्णांक : 70
नोट : प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
निर्देश :
(i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
(ii) इस प्रश्नपत्र के दो खण्ड, अ तथा खण्ड ब हैं ।
(iii) खण्ड - अ में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनके उत्तर ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर देने हैं ।
(iv) खण्ड - अ के प्रत्येक प्रश्न का निर्देश पढ़कर केवल प्रदत्त ओ. एम. आर. उत्तर पत्रक पर ही उत्तर दें | ओ.एम.आर. उत्तर पत्रक पर उत्तर देने के पश्चात उसे नहीं काटें तथा इरेजर अथवा ह्वाइटनर का प्रयोग न करें ।
(v) प्रश्न के अंक उसके सम्मुख अंकित हैं ।
(vi) खण्ड-ब में 50 अंक के वर्णनात्मक प्रश्न हैं ।
(vii) खण्ड- ब में सभी प्रश्नों के उत्तर एक साथ ही करें
(Viii) प्रथम प्रश्न से आरम्भ कीजिए तथा अन्तिम प्रश्न तक करते जाइए जो प्रश्न न आता हो उस पर समय नष्ट न कीजिए ।
खण्ड - 'अ'
बहुविकल्पीय (वस्तुनिष्ठ ) प्रश्न
1 x 20 = 20
1. 'चिन्तामणि' के रचयिता हैं-
1
(a) डॉ. रामकुमार वर्मा
(b) जयशंकर प्रसाद
(c) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(d) प्रेमचन्द
2. ‘पंच परमेश्वर' कहानी के लेखक हैं-
1
(a) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(b) प्रेमचन्द
(c) यशपाल
(d) राजेन्द्र यादव
3. जयशंकर प्रसाद का नाटक नहीं है-
1
(a) ध्रुवस्वामिनी
(b) चन्द्रगुप्त
(c) लहरों के राजहंस
(d) स्कन्दगुप्त
4. 'शेखर : एक जीवनी' उपन्यास के लेखक हैं-
2
(a) धर्मवीर भारती
(b) प्रेमचन्द
(c) फणीश्वरनाथ 'रेणु'
(d) अज्ञेय
5. 'अपनी खबर' आत्मकथा है-
1
(a) पाण्डेय बेचन शर्मा 'उग्र' की
(b) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की
(c) हरिवंशराय बच्चन' की
(d) श्याम सुन्दर दास की
6. भूषण किस युग के कवि हैं?
1
(a) आदिकाल
(b) रीतिकाल
(c) भक्तिकाल
(d) आधुनिक काल
7. 'ललित ललाम' रचना है-
1
(a) मतिराम की
(b) पद्माकर की
(c) देव की
(d) भूषण की
8. 'यशोधरा' रचना है-
1
(a) जयशंकर प्रसाद की
(b) महादेवी वर्मा की
(c) सुमित्रानंदन पंत की
(d) मैथिलीशरण की गुप्त
9. ‘आँगन के पार द्वार' रचना है-
1
(a) जयशंकर प्रसाद की
(b) अज्ञेय की
(c) रामधारी सिंह 'दिनकर' की
(d) नरेन्द्र शर्मा की
10. 'दीपशिखा' काव्य संग्रह रचना है-
1
(a) महादेवी वर्मा की
(b) जयशंकर प्रसाद की
(c) सुभद्रा कुमारी चौहान की
(d) सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की
11. 'करुण रस' का स्थायी भाव है-
1
(a) रौद्र
(b) उत्साह
(c) अदभुत
(d) शोक
12. ‘चरण - कमल बंदौ हरि राइ । 'उपर्युक्त पंक्ति में अलंकार है-
1
(a) उपमा
(b) उत्प्रेक्षा
(c) रूपक
(d) यमक
13. “यह सम मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं और प्रत्येक चरण में 24 मात्राएँ होती हैं। 11 और 13 मात्राओं पर यति होती है । " यह लक्षण किस छंद का
1
(a) रोला
(b) दोहा
(c) सोरठा
(d) बरवै
14. 'पर्यावरण' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है-
1
(a) पर्या
(b) वरण
(c) परि
(d) प्र
15. ‘महानता' शब्द में किस प्रत्यय का प्रयोग हुआ है ?
1
(a) महा
(b) ता
(c) नता
(d) इनमें से सभी
16. 'सुख-दुःख' में समास है-
1
(a) द्विगु
(b) अव्ययीभाव
(c) कर्मधारय
(d) द्वन्द्व
17. निम्नलिखित में से 'अग्नि' का पर्यायवाची नहीं है-
1
(a) अनल
(b) अनिल
(c) पावक
(d) ज्वाला
18. 'अभ्युदय:' का सही सन्धि-विच्छेद है-
1
(a) अभ्यु + दयः
(b) अ + भ्युदयः
(c) अभ् + उदयः
(d) अभि + उदयः
19. 'मधु' शब्द का पंचमी विभक्ति एवं एकवचन रूप है-
1
(a) मधुनः
(b) मधुनी
(c) मधूनि
(d) मधुभ्यः
20. 'पठिष्यथ:' धातु रूप का वचन एवं पुरुष है-
1
(a) एकवचन, प्रथम पुरुष
(b) बहुवचन, मध्यम पुरुष
(c) द्विवचन, मध्यम पुरुष
(d) एकवचन, उत्तम पुरुष
खण्ड - 'ब'
वर्णनात्मक प्रश्न
1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
2+2+2 = 6
अश्वारोही पास आया। ममता ने रुक-रुककर कहा- "मैं नहीं जानती कि वह शहंशाह था या साधारण मुगल; पर एक दिन इसी झोपड़ी के नीचे वह रहा । मैंने सुना था कि वह मेरा घर बनवाने की आज्ञा दे चुका था। मैं आजीवन अपनी झोपड़ी के खोदे जाने के डर से भयभीत रही। भगवान् ने सुन लिया, मैं आज इसे छोड़े जाती हूँ। अब तुम इसका मकान बनाओ या महल, मैं अपने चिर-विश्राम-गृह में जाती हूँ।”
(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
(iii) ममता के आजीवन भयभीत रहने का क्या कारण था?
अथवा
कितना जीवन बरस पड़ा है इन दीवारों पर; जैसे फसाने अजायब का भण्डार खुला पड़ा हो । कहानी से कहानी बनती चली गयी है। बन्दरों की कहानी, हाथियों की कहानी, हिरनों की कहानी। कहानी क्रूरता और भय की, दया और त्याग की। जहाँ बेरहमी है, वहीं दया का भी समुद्र उमड़ पड़ा है। जहाँ पाप है, वही क्षमा का सोता फूट पड़ा है। राजा और कँगले, विलासी और भिक्षु, नर और नारी, मनुष्य और पशु सभी कलाकारों के हाथों सिरजते चले गये हैं। हैवान की हैवानी को इंसान की इंसानियत से कैसे जीता जा सकता है, कोई अजंता में जाकर देखे । बुद्ध का जीवन हजार धाराओं से होकर बहता है। जन्म से लेकर निर्वाण तक उनके जीवन की प्रधान घटनाएँ कुछ ऐसे लिख दी गयी हैं कि आँखें अटक जाती हैं, हटने का नाम नही लेती ।
(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए
(iii) कलाकारों के हाथों से क्या-क्या सिरजते चले गये
2. निम्नलिखित में से किसी एक पद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
2+2+2 = 6
पुर तें निकसी रघुबीर-बधू, धरि धीर दये मग में डग द्वै।
झलकीं भरि भाल कनी जल की, पुट सूखि गये मधुराधर वै।। फिर बूझति हैं - ‘चलनो अब केतिक, पर्णकुटी करिहौं कित है?’ तिय की लखि आतुरता पिय की, अँखिया अति चारु चलीं जल च्वै।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii) श्रीराम के नेत्रों से आँसू क्यों बहने लगे?
(iii) रेखांकित अंश - 'पर्णकुटी करिहौं कित है' में
कौन-सा अलंकार है ?
अथवा
मेवाड़-केसरी देख रहा,
केवल रण का न तमाशा था।
वह दौड़-दौड़ करता था रण,
वह मान रक्त का प्यासा था ।।
चढ़कर चेतक पर घूम-घूम,
करता सेना रखवाली था।
ले महामृत्यु को साथ-साथ,
मानो प्रत्यक्ष कपाली था ।।
(i) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए।
(ii) मेवाड़-केसरी किसे कहा गया है तथा वह मानसिंह पर परक्त का प्यासा बनकर क्यों टूट पड़ा?
(iii) रेखांकित अंश में प्रयुक्त अलंकार का नाम लिखिए।
3. दिए गए संस्कृत गद्यांश में से किसी एक का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए।
2+3 = 5
एषा नगरी भारतीयसंस्कृतेः संस्कृतभाषायाश्च केन्द्रस्थलम् अस्ति। इत एव संस्कृतवाङ्मयस्य संस्कृतेश्च आलोकः सर्वत्र प्रसृतः। मुगलयुवराजः दाराशिकोहः अत्रागत्य भारतीय दर्शन - | शास्त्राणाम् अध्ययनम् अकरोत् । स तेषां ज्ञानेन तथा प्रभावितः अभवत्, यत् तेन उपनिषदाम् अनुवादः पारसी भाषायां कारितःl
अथवा
नागरिकः बहुकालं यावत् अचिन्तयत्, प्रहेलिकायाः उत्तरं दातुं समर्थः न अभवत् । अतः ग्रामीणम् अवदत् "अहम् अस्याः प्रहेलिकायाः उत्तरं जानामि ।” इदं श्रुत्वा ग्रामीणः अकथयत् “यदि भवान् उत्तरं न जानाति, तर्हि ददातु दशरूप्यकाणि।” अतः म्लानमुखेन नागरिकेण समयानुसारं | दशरूप्यकाणि दत्तानि ।
4. नीचे दिए गये पद्यांशों में से किसी एक पद्यांश का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए ।
2+3 = 5
सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चिद् दुःखभाग् भवेत्।।
अथवा
माता गुरुतरा भूमेः खात् पितोच्चतरस्तथा ।
मनः शीघ्रतरं वातात् चिन्ता बहुतरी तृणात् ।।
5. अपने पठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक का उत्तर दीजिए:
1×3 = 3
(क) (i) 'मुक्तिदूत' खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के प्रथम सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ख) (i) ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य के नायक जवाहरलाल नेहरु का चरित्र चित्रण कीजिए।
(ii) 'ज्योति जवाहर' खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ग) (i) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के पंचम सर्ग (राजसूय यज्ञ) का सारांश संक्षेप में लिखिए।
(ii) 'अग्रपूजा' खण्डकाव्य का नायक कौन हैं? उनका चरित्र-चित्रण कीजिए।
(घ) (i) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के आधार पर भामाशाह का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) 'मेवाड मुकुट' खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ड़) (i) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर सुभाषचन्द्र बोस का चरित्रांकन कीजिए।
(ii) ‘जय सुभाष' खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(च) (i) 'मातृभूमि के लिए' खण्डकाव्य के नायक 'चन्द्रशेखर ' का चरित्र चित्रण कीजिए।
(ii) 'मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग (बलिदान) की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(छ) (i) ‘कर्ण' खण्डकाव्य के आधार पर कुन्ती का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ii) 'कर्ण' खण्डकाव्य के पष्ठ सर्ग (कर्ण-वध) की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ज) (i) 'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के आधार पर भरत का चरित्र चित्रण कीजिए ।
(ii) 'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के आधार पर इसके पंचम सर्ग (वनगमन) की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(झ)(i) 'तुमुल' खण्डकाव्य के आधार पर लक्ष्मण का चरित्र- चित्रण कीजिए |
(ii) 'तुमुल' खण्डकाव्य के पंचम सर्ग (रावण का आदेश ) तथा पष्ठ सर्ग (मेघनाद प्रतिज्ञा ) की कथावस्तु संक्षेप मे लिखिए।
6. (क) दिए गए लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए।
3+2 = 5
(i) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(ii) डॉ. भगवतशरण उपाध्याय
(iii) जयशंकर प्रसाद ।
(ख) दिए गए कवियों में से किसी एक कवि का जीवन- परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए।
3+2 = 5
(i) गोस्वामी तुलसीदास
(ii) रसखान
(iii) सुमित्रानंदन पंत
(iv) मैथिलीशरण गुप्त
7. अपनी पाठ्यपुस्तक में से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्नपत्र में न आया हो ।
2
8. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए।
2+2 = 4
(i) वीरः केन पूज्यते ?
(ii) पदेन बिना किं दूरं याति ?
(iii) चन्द्रशेखरः कः आसीत् ?
(iv) अस्माकं संस्कृतिः कीदृशी वर्तते ?
9. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए:
1x9 = 9
(i) देश-प्रेम ।
(ii) आतंकवाद की समस्या और समाधान।
(iii) प्रदूषण और मानव-जीवन।
(iv) आज़ादी का अमृत महोत्सव ।
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